“बारिश होने की संभावना“
हमारे देश में मौसम का मिजाज अक्सर अचानक बदल जाता है। आसमान में बादलों की घनाघोर छाया, गर्मी से राहत मिलती है जब बरसात की बूंदें हरियाली को मौका देती हैं। बारिश एक सुंदर प्राकृतिक शांति का आनंद उठाने का मौका प्रदान करती है। वहीं, बारिश भी व्यक्तियों के दिनचर्या को प्रभावित कर सकती है।
बारिश के आने से पहले के लक्षण
कभी-कभी बारिश के आने से पहले कुछ लक्षण होते हैं जो हमें पहले से ही बता देते हैं कि मौसम में परिवर्तन होने वाला है। ये लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं:
1. बादलों का आकर्षण
- अगर आसमान में काले और घने बादल बढ़ते जा रहे हैं, तो बारिश की संभावना हो सकती है।
2. बारिश की गंध
- धरती पर गिले मिट्टी की भूषा की गंध आने लगे तो बारिश की संभावना ज्यादा होती है।
3. गर्मी में कमी
- अगर तत्परता में कमी और मौसम की सुलझन आ रही हो, तो बारिश की संभावना बढ़ जाती है।
बारिश के फायदे
बारिश के आने से न केवल प्रकृति को ताजगी मिलती है, बल्कि इसके कई स्वास्थ्यवर्धक लाभ भी हैं। कुछ महत्वपूर्ण बारिश के फायदे निम्नलिखित हैं:
1. हवा की शुद्धि
- बारिश से गंदगी और प्रदूषण हट जाता है, और हवा में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ जाता है।
2. मानसिक स्वास्थ्य
- बारिश की ध्वनि और सुगमता हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होती है।
3. कृषि में सुधार
- बारिश का होना फसलों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है, जो कृषि में सुधार लाता है।
बारिश के नुकसान
हालांकि बारिश कई लाभ लाती है, लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। नुकसानों में निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं:
1. जलवायु परिवर्तन
- अत्यधिक बारिश से जलवायु परिवर्तन का सामना करना पड़ सकता है, जैसे की बाढ़ और जलवायु बदलाव।
2. जल प्रदूषण
- बारिश से उत्पन्न जल परिसंघतियों में प्रदूषण का खतरा होता है जो पर्यावरण को हानि पहुंचा सकता है।
3. सड़क हादसों की संख्या
- भारी बारिश से रोड्स पर स्लाइपरी और दुर्घटनाएं बढ़ सकती हैं जिससे जीवन का जोखिम भी बढ़ जाता है।
गरज, बिजली और बारिश
गरज और बिजली बारिश के साथ साथ आ सकती है। ये शांतिपूर्ण बारिश के आगे जोरदार तेज़ और धमाकेदार पासिना में बदलते हैं। यहां बताया गया है कि बिजली कैसे बरसात के समय हमारे पास आती है।
1. गरज का कारण
- गरज की ध्वनि उसके पहले बिजली का चमकना है जो अक्सर आंखों से भी दिखाई देता है और फिर उसे सुनाई पड़ता है। गरज का कारण है वीडिंग जो ऊपर के वायु में होती है।
2. विद्युत दाब
- बारिश के समय बिजली भी गरजाती है। जब भू-तट पर समुद्र के ऊपर चार्जड वायु के मौजूदा होते हैं, तो ये प्रमुखत: क्लाउड टू ग्राउंड बिजली कुंवर्टर के स्थान पर जमा होती हैं।
3. बिजली का असर
- जब आसमान में गरजने वाले बादल बिजली के ओर सम्पर्क में आते हैं, तो ये चार्जड होते हैं और कुछ स्थलों पर जमा हो जाते हैं। इस प्रक्रिया में बिजली मिन्ल्र्टि > कार्बन डाई ऑक्साइड के प्रकार के वायु में लगभग 1 बिलियन वट किमी (kms) के विक्षिप्त होते हैं।
बारिश में सुरक्षा निर्देश
बारिश के समय सुरक्षा की देख-रेख करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। कुछ महत्वपूर्ण सुरक्षा निर्देश निम्नलिखित हैं:
1. घरेलू सवारी
- न ही किसी भी संगठन से उधारा मांगे और न ही बारिश के दौरान साइकिल या गाड़ी चलाएं।
2. गरज, बिजली और आप
- घर में इट सवर करना, उन्न्ताड़न बजाना, किसी मेटल या फर्नीचर की सुर लीना या टेलिफ़ेीनी तार काषण का उपयोग कर रहे लोग रिक गवाने
3. सफ़ाई कार्य और सुरक्षा निर्देश
- बारिश के बाद सड़क पर गंदगी सफाई करने के लिए ग्लस और ग्लव्स पहने, शूज़ संजाती करें, रावाण “डोन’ट स्तेब कंजेरिक ऑन ग्लव्स ऑर मनोलाने एक’ल।
4. हादसों से सुरक्षित रहें
- हादसों से सुरक्षित रहने के लिए बारिश के समय में हार्निंग स्केिट्, आंड गेहरिग आंड ईर एरियस् विथ कॉलड्रोर ब्रियादरिएस प्रफरेंसेसे की देख रेख करें।
बारिश के बारे में कुछ आम सवाल
1. बारिश क्यों होती है?
– बारिश वाष्पीकरण, या वाष्प का संघटन, के कारण होती है जिससे बादल बनते हैं। बादल सामान्यतः गर्म और ठंडे वायु में मिलने से बनते हैं।
2. बिजली कैसे बनती है?
– बिजली का चमकना इसलिए होता है क् बारिश के बाद जब बादल अत्यधिक भारी होते हैं तो उनमें एलेक्ट्रिक चार्ज विकसित होते हैं जो बिजली की चमकने वाली ध्वनि उत्पन करते हैं।
3. बरसात का संबंध वायुमंडल से क्यों है?
– बरसात का संबंध वायुमंडलीय गतिविधियों से है जिसमें उन्नति के कारण अधिकतम अधिक क्षेत्र एवं की क्षेत्रें जन्म होती है।
4. अगली बार रिमझिम बारिश के लिए कैसे तैयारी करें?
– आप रिमझिम बारिश के लिए एक उम्ब्रेला, बरसात कोट, और चप्पल पहन सकते हैं।
5. बरसात में बीमारियों से कैसे बचें?
– बचाव के लिए बरसात में भी आपको पानी पानी पीने, सब्जी धोने के बाद अच्छे से धोया और पानी की कुंडली सहेजने के नियमित रूप से अ…..
यदि आपकी किसी अन्य जानकारी की आव